मुझे दर पे फिर बुलाना hindi naat lyrics | Owais Raza Qadri

मुझे दर पे फिर बुलाना मदनी मदीने वाले 

मए इश्क फिर पिलाना मदनी मदीने वाले 


तेरी जबकि दीद होगी वही मेरी ईद होगी 

मेरे ख़्वाब में तुम आना मदनी मदीने वाले 


मुझे सब सता रहे हैं मेरा दिल दुखा रहे हैं 

तुम्हीं हौसला बढ़ाना मदनी मदीने वाले 


यह करम बड़ा करम है तेरे हाथ में भरम है 

सरे हश्र बख़्शवाना मदनी मदीने वाले 


शहा ऐसा जज़्बा पाऊँ कि खूब सीख जाऊँ 

तेरी सुन्नतें सिखाना मदनी मदीने वाले 


तेरी सुन्नतो पे चल कर मेरी रूह जब निकल कर 

चले तुम गले लगाना मदनी मदीने वाले


मेरे वालिदैन महशर में गो भूल जाएं सरवर 

मुझे तुम न भूल जाना मदनी मदीने वाले 


मेरी आदतें हो बहतर बनूं सुन्नतों का पैकर 

मुझे मुत्तकी बनाना मदनी मदीने वाले 


मेरे गौस का वसीला रहे शाद सब कबीला 

उन्हें खुल्द में बसाना मदनी मदीने वाले 


मेरी आने वाली नसलें तेरे इश्क में ही मचलें 

उन्हें नेक तुम बनाना मदनी मदीने वाले 


तेरे गम मै काश अत्तार रहे हर घडी गिरिफ्तार 

गमे माल से बचाना मदनी मदीने वाले


 By: Naat Lyrics World


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