एक रोज़ मोमिनों तुम्हें मरना ज़रूर है  hindi naat lyric




 एक रोज़ मोमिनों तुम्हें मरना ज़रूर है पड़ते रहो नमाज़ ये क़ौले रसूल है


अल्लाह, अल्लाह, अल्लाह अल्लाह अल्लाह, अल्लाह

एक रोज़ मोमिनों तुम्हें मरना ज़रूर है पड़ते रहो नमाज़ ये क़ौले रसूल है

पड़ते रहो नमाज़ तो चेहरे पे नूर है पड़ते नहीं नमाज़ तो अपना कसूर है

अल्लाह, अल्लाह, अल्लाह अल्लाह, अल्लाह, अल्लाह

एक रोज़ मोमिनों तुम्हें मरना ज़रूर है पड़ते रहो नमाज़ ये क़ौले रसूल है

पड़ते हैं जो नमाज़ जमाअत से सरबसर तैयार कर रहे हैं वो जन्नत में अपना घर

अल्लाह, अल्लाह, अल्लाह अल्लाह अल्लाह, अल्लाह

एक रोज़ मोमिनों तुम्हें मरना ज़रूर है पड़ते रहो नमाज़ ये क़ौले रसूल है

पड़ते रहो नमाज़ तो बेहतर ये काम है दीने रसूले पाक का इससे क़याम है

अल्लाह, अल्लाह, अल्लाह अल्लाह, अल्लाह, अल्लाह

एक रोज़ मोमिनों तुम्हें मरना ज़रूर है पड़ते रहो नमाज़ ये क़ौले रसूल है

ऐ मोमिनो! नमाज़ ख़ुदा से मिलाएगी मरने के बाद गुल्शने-जन्नत दिलाएगी

अल्लाह अल्लाह, अल्लाह अल्लाह, अल्लाह, अल्लाह

एक रोज़ मोमिनों तुम्हें मरना ज़रूर है पड़ते रहो नमाज़ ये क़ौले रसूल है

सारी इबादतों में इबादत नमाज़ है ऐ मोमिनो! ये दीन की दौलत नमाज़ है

अल्लाह, अल्लाह, अल्लाह अल्लाह अल्लाह अल्लाह

एक रोज़ मोमिनों तुम्हें मरना ज़रूर है पड़ते रहो नमाज़ ये क़ौले रसूल है

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