वह दिन भी तो आएगा मैं काबे को देखूंगा lyrics | Hafiz Tahir Qadri

 

वह दिन भी तो आएगा मैं काबे को देखूंगा






Record Label: *Hafiz Tahir Qadri *
Set Main Kaabey Ko Dekhunga as your Caller Ring Back Tune MOBILINK: Temporary Unavailable TELENOR Type ST 5250065313 and send to 230 ZONG Type 01474953 and send to 230 UFONE Type Get space 77120663 and send it to 666. PLEASE SHARE WITH YOUR FRIENDS & FAMILY Hafiz Tahir Qadri new Kalaam 2019 for the auspicious and the holy month of Hajj and Eid Ul Adha 2019 Main Kabe ko Dekhunga . The holy kalams of Hafiz Tahir Qadri have been the talk of the town. It is a gift to all the Muslim Ummah by the devotional Pakistani Naat khawah. The blessings of Hajj and the Qurbani of Bakra eid are what defines the true spirit of Islam and the new Kalam. The man wishes to go for the Hajj pilgrim and be the ultimate one, the dearest one to the almighty allah. He wishes to sacrifice and be the loyal Muslim that his creator desires. Main Kabe ko Dekhunga. Watch this new and exclusive divine Islamic kalam only on Hafiz Tahir Qadri Official YouTube.


तेरे करम की क्या बात मौला
तेरे हराम की क्या बात मौला (×2)
तेरे करम की क्या बात मौला
तेरे हराम की क्या बात मौला

ताउम्र कर दे आना मुकद्दर, अल्ला हू अकबर
रब मुझको बुलायेगा मैं काबे को देखूंगा
वह दिन भी तो आएगा मैं काबे को देखूंगा

रमजान मुबारक में हो सामने काबा
रमजान मुबारक में हो सामने काबा
इफ्तार कराएगा मैं काबे को देखूंगा
वह दिन भी तो आएगा मैं काबे को देखूंगा
रब मुझको बुलायेगा मैं काबे को देखूंगा

तेरे हरम की क्या बात मौला
तेरे हरम की क्या बात मौला
तेरे हरम की क्या बात मौला
तेरे हरम की क्या बात मौला

मायूस नहीं हूं मैं अल्लाह की रहमत से
मायूस नहीं हूं मैं अल्लाह की रहमत से
मायूस नहीं हूं मैं अल्लाह की रहमत से
वह हज पर बुलाएगा
वह हज पर बुलाएगा मैं काबे को देखूंगा
वह दिन भी तो आएगा मैं काबे को देखूंगा

काबे पे पड़ी जब पहली नजर
क्या चीज है दुनिया भूल गया
यूं हो खरीद मफलूज हुए
दिल जो कि तमाशा भूल गया

पहुंचा जो हरम की चौखट पर
एक अबरे कर्म ने घेर लिया
बाकी ना रहा फिर होश मुझे
क्या मांगा क्या क्या भूल गया

जब पहली नजर मेरी उस काबे पर जाएगी
दिल झूम सा जाएगा मैं काबे को देखूंगा वह दिन भी तो आएगा मैं काबे को देखूंगा
रब मुझको बुलायेगा मैं काबे को देखूंगा

तेरे हरम की क्या बात मौला
तेरे हरम की क्या बात मौला
तेरे हरम की क्या बात मौला
तेरे हरम की क्या बात मौला

इन सांसों के रुकने से और मौत के आने से
इन सांसों के रुकने से और मौत के आने से
इन सांसों के रुकने से और मौत के आने से
वह पहले बुलायेगा मैं काबे को देखूंगा
वह दिन भी तो आएगा मैं काबे को देखूंगा
रब मुझको बुलायेगा मैं काबे को देखूंगा

मैं काबे की चादर को हाथों से पकड़ लूंगा
मैं काबे की चादर को हाथों से पकड़ लूंगा
दिल मेरा भर भर आएगा
दिल मेरा भर आएगा मैं काबे को देखूंगा
वह दिन भी तो आएगा मैं काबे को देखूंगा

तेरे हरम की क्या बात मौला
तेरे हरम की क्या बात मौला
तेरे करम की क्या बात मौला
तेरे हरम की क्या बात मौला

बेताबी है  हाले दिल है परवाने से मत पूछो
बेताबी है  हाले दिल है परवाने से मत पूछो
जब लम्हा वह आएगा
जब लम्हा वह आएगा मैं काबे को देखूंगा
रब मुझको बुलायेगा

तेरे हरम की क्या बात मौला
तेरे हरम की क्या बात मौला
तेरे करम की क्या बात मौला
तेरे हरम की क्या बात मौला



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