क़ादरी आस्ताना सलामत रहे hindi lyrics | QADRI AASTANA SALAMAT RAHE NAAT LYRICS Hindi
क़ादरी आस्ताना सलामत रहे
मुस्तफ़ा का घराना सलामत रहेपल रहे हैं जहाँ से ये दोनों जहाँ
वो सख़ी आस्ताना सलामत रहे
पल रहे हैं जहाँ से ये शाह-ओ-गदा
वो सख़ी आस्ताना सलामत रहे
दर्दमंदों के सर पर है साया-फ़िगन
आप का शामियाना सलामत रहे
तुम से मंसूब है ज़िंदगी का निसाब
हश्र तक ये फ़साना सलामत रहे
ये नकीरैन बोलें मुझे क़ब्र में
मुस्तफ़ा का दीवाना सलामत रहे
हुक्म था कि अदा हों नमाज़ें पचास
आप का आना-जाना सलामत रहे
है क़यामत तलक हर ज़माना तेरा
तेरा हर इक ज़माना सलामत रहे
ग़ौस की महफ़िलें फिर से सजने लगीं
सुन्नियों का घराना सलामत रहे
'इत्रत-ए-फ़ातिमा पर उजागर निसार
सय्यिदा का घराना सलामत रहे
What is Naat....???
Naat is poetry that speaks well of the Islamic prophet Muhammad.Some famous scholars in the early days of Islam wrote Naat. People who recite Naat are known as Naat-Khawan or Sanaa Khawan. The practice is popular in South Asia in India and Pakistan. Naat is often recited in Punjabi, Sindhi, or the Urdu language.
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