तुझ पे सौ जान से क़ुर्बान, मदीने वाले !
भर दे भर दे, मेरे दाता ! मेरी झोली भर दे
अब न रख बे-सर-ओ-सामान, मदीने वाले !
सब के मतलूब का महबूब है, मतलूब है तू
अल्लाह अल्लाह रे ! तेरी शान, मदीने वाले !
काम आती है तेरी ज़ात हर इक दुखिया के
मेरी मुश्किल भी हो आसान, मदीने वाले !
फिर तमन्ना-ए-ज़ियारत ने किया दिल बेचैन
फिर मदीने का है अरमान, मदीने वाले !
लिख दे लिख दे मेरी क़िस्मत में मदीना लिख दे
है तेरी मिल्क क़लम-दान, मदीने वाले !
हश्र में तुम मेरे 'ऐबों को छुपाए रखना
हूँ गुनाहों पे पशेमान, मदीने वाले !
तेरा दर छोड़ के जाऊँ तो कहाँ जाऊँ मैं
मेरे आक़ा, मेरे सुलतान, मदीने वाले !
सग-ए-तयबा मुझे सब कह के पुकारें, बेदम !
यही रखें मेरी पहचान, मदीने वाले !
यही रखें मेरी पहचान, मदीने वाले !
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