क्यूँ न हो रुत्बा बड़ा असहाब-ओ-अहल-ए-बैत का हिंदी लिरिक्स | Kyun Na Ho Rutba Bada As.haab-o-Ahl-e-Bait Ka Lyrics

हर सहाबी-ए-नबी ! जन्नती जन्नती !
सब सहाबियात भी ! जन्नती जन्नती !
हज़रत-ए-सिद्दीक़ भी ! जन्नती जन्नती !
और 'उमर फ़ारूक़ भी ! जन्नती जन्नती !
'उस्मान-ए-ग़नी ! जन्नती जन्नती !
फ़ातिमा और 'अली ! जन्नती जन्नती !
हैं हसन-हुसैन भी ! जन्नती जन्नती !
वालिदैन-ए-नबी ! जन्नती जन्नती !
हर ज़ौजा-ए-नबी ! जन्नती जन्नती !
हैं मु'आविया भी ! जन्नती जन्नती !
और अबू-सुफ़यान भी ! जन्नती जन्नती !

असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान
असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान

फ़िदाक रूही ! या सिद्दीक़ !
फ़िदाक नफ़्सी ! या 'उमर !
फ़िदाक ऐनी ! या 'उस्मान !
फ़िदाक क़ल्बी ! या हैदर !
जानम फ़िदा-ए-अहल-ए-बैत !
जानम फ़िदा-ए-अहल-ए-बैत !

असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान
असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान

क्यूँ न हो रुत्बा बड़ा असहाब-ओ-अहल-ए-बैत का
मुस्तफ़ा उन का, ख़ुदा असहाब-ओ-अहल-ए-बैत का

असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान
असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान

फ़िदाक रूही ! या सिद्दीक़ !
फ़िदाक नफ़्सी ! या 'उमर !
फ़िदाक ऐनी ! या 'उस्मान !
फ़िदाक क़ल्बी ! या हैदर !
जानम फ़िदा-ए-अहल-ए-बैत !
जानम फ़िदा-ए-अहल-ए-बैत !

असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान
असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान

आल-ओ-असहाब-ए-नबी सब बादशा हैं बादशा
मैं फ़क़त अदना गदा असहाब-ओ-अहल-ए-बैत का

मेरी झोली में न क्यूँ हों दो-जहाँ की ने'मतें
मैं हूँ मँगता, मैं गदा असहाब-ओ-अहल-ए-बैत का

असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान
असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान

फ़िदाक रूही ! या सिद्दीक़ !
फ़िदाक नफ़्सी ! या 'उमर !
फ़िदाक ऐनी ! या 'उस्मान !
फ़िदाक क़ल्बी ! या हैदर !
जानम फ़िदा-ए-अहल-ए-बैत !
जानम फ़िदा-ए-अहल-ए-बैत !

असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान
असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान

क्यूँ हो मायूस, ए फ़क़ीरो ! आओ, आ कर लूट लो
है ख़ज़ाना बट रहा असहाब-ओ-अहल-ए-बैत का

फ़ज़्ल-ए-रब से दो-जहाँ में कामयाबी पाएगा
दिल से जो शैदा हुआ असहाब-ओ-अहल-ए-बैत का

असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान
असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान

फ़िदाक रूही ! या सिद्दीक़ !
फ़िदाक नफ़्सी ! या 'उमर !
फ़िदाक ऐनी ! या 'उस्मान !
फ़िदाक क़ल्बी ! या हैदर !
जानम फ़िदा-ए-अहल-ए-बैत !
जानम फ़िदा-ए-अहल-ए-बैत !

असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान
असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान

ए ख़ुदा-ए-मुस्तफ़ा ! ईमान पर हो ख़ातिमा
मग़्फ़िरत कर, वास्ता असहाब-ओ-अहल-ए-बैत का

जीना मरना उन की उल्फ़त में हो, या रब ! और हो
क़ुर्ब जन्नत में 'अता असहाब-ओ-अहल-ए-बैत का

असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान
असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान

फ़िदाक रूही ! या सिद्दीक़ !
फ़िदाक नफ़्सी ! या 'उमर !
फ़िदाक ऐनी ! या 'उस्मान !
फ़िदाक क़ल्बी ! या हैदर !
जानम फ़िदा-ए-अहल-ए-बैत !
जानम फ़िदा-ए-अहल-ए-बैत !

असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान
असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान


हश्र में मुझ को शफ़ा'अत की 'अता ख़ैरात हो
वास्ता, या मुस्तफ़ा ! असहाब-ओ-अहल-ए-बैत का

नूर वाले ! क़ब्र मेरी हश्र तक रौशन रहे
वास्ता तुम को, शहा ! असहाब-ओ-अहल-ए-बैत का

असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान
असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान

फ़िदाक रूही ! या सिद्दीक़ !
फ़िदाक नफ़्सी ! या 'उमर !
फ़िदाक ऐनी ! या 'उस्मान !
फ़िदाक क़ल्बी ! या हैदर !
जानम फ़िदा-ए-अहल-ए-बैत !
जानम फ़िदा-ए-अहल-ए-बैत !

असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान
असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान

नज़'अ में हसनैन के नाना का जल्वा हो नसीब
या इलाही ! वास्ता असहाब-ओ-अहल-ए-बैत का

दे गुनाहों से नजात और मुत्तक़ी मुझ को बना
या इलाही ! वास्ता असहाब-ओ-अहल-ए-बैत का

दूर हो दुनिया से, मौला ! ये कोरोना की वबा
या इलाही ! वास्ता असहाब-ओ-अहल-ए-बैत का

शाह की दुखियारी उम्मत के दुखों को दूर कर
या इलाही ! वास्ता असहाब-ओ-अहल-ए-बैत का

तंग-दस्ती दूर हो और रिज़्क़ में बरकत मिले
या इलाही ! वास्ता असहाब-ओ-अहल-ए-बैत का

या इलाही ! शुक्रिया, 'अत्तार को तूने किया
शे'र-गो, मिदहत-सरा असहाब-ओ-अहल-ए-बैत का

असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान
असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान

फ़िदाक रूही ! या सिद्दीक़ !
फ़िदाक नफ़्सी ! या 'उमर !
फ़िदाक ऐनी ! या 'उस्मान !
फ़िदाक क़ल्बी ! या हैदर !
जानम फ़िदा-ए-अहल-ए-बैत !
जानम फ़िदा-ए-अहल-ए-बैत !

असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान
असहाब-ओ-अहल-ए-बैत पर क़ुर्बां हमारी जान 


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