खुला है सभी के लिए Khula Hai Sabhi Ke Liye Baab e Rehmat Lyrics In Hindi 2022 - Hafiz Ahsan Qadri

 Khula Hai Sabhi Ke Liye Baab e Rehmat Lyrics In Hindi - Hafiz Ahsan Qadri


Khula Hai Sabhi Ke Liye Baab e Rehmat Lyrics In Hindi From the channel of Hafiz Tahir Qadri, Sung by Hafiz Ahsan Qadri. The Naat is Written By Iqbal Azeem and composed by  Rao Wassay (RWDS),Karam Studio and Direct By the Syed Kamran Hussain.


Khula Hai Sabhi Ke Liye Baab e Rehmat Details:


Title : Khula Hai Sabhi Ke Liye Baab e Rehmat
Naat Khuwan : Hafiz Ahsan Qadri
Lyrics : Iqbal Azeem
Audio : Rao Wassay (RWDS)
Video : Karam Studio
Director : Syed Kamran Hussain
Post Pro : FUB Production
Editor : Farman Usman Babbar
Label : TQ Production


Khula Hai Sabhi Ke Liye Baab e Rehmat Lyrics

Hindi:

खुला है सभी के लिए बाब ए रहमत,
 वहन कोई रुतबे मैं अदना ना आलि
 मुरादों से दमन नहीं कोई खाली,
 कतरैन लगाये खरे हैं सवाली,

 में पहले पहल जब मदीना गया था,
 तो थी दिल की हलत तड़प जाने वाली,
 वो दरबार सच बहुत मेरे सामने था,
 अभी तक तसव्वुर था जिस का खियाली,

मैं एक हाथ कहो दिल संभाले हुआ था,
 थी दोसरे हाथ रोज़े की जाली के लिए,
 दुआ के लिए हाथ उठते तो केसे!!!
 ना ये हाथ खाली, ना वो हाथ खाली,

 जो पूछा है तुम ना, के मैं नजर करना
 को किया ले गया था, तू तफ़सील सुन लो,
 था नातों का एक हार, आशकों के मोती,
 दरूदों का गजरा, सलामों की डाली,

 धनी अपनी किस्मत का है तो वही है,
 दियार ए नबी (S.A.W.W) जिस ने आंखों से देखा,
 मुकद्दर है सच्चा मुकद्दर उसी का,
 निगाह ए करम जिस पे आका (S.W.W) नई डाली,

 मैं हमें आस्तान ए हराम का गड़ा हूं,
 जहां सर झुकते हैं शाहन ए आलम,
 मुझे ताजदारों से कम मत समाधान,
 मेरा सर है शयान ए ताज ए बिलाली,

 खुला है सभी के लिए बाब ए रहमत,
  वहन कोई रुतबे मैं अदना ना आलि
 मुरादों से दमन नहीं कोई खाली,
 कतरैन लगाये खरे हैं सवाली,


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