बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर naat hindi lyric | Baatil Ne Jab Jab Badle Hain Tewar Naat Lyric In Hindi
बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर
आया है तब तब मेरी ज़ुबाँ परना'रा-ए-तकबीर ! अल्लाहु अकबर !
ना'रा-ए-तकबीर ! अल्लाहु अकबर !
प्यारे नबी ने जीना सिखाया
बा-ख़ुदा ! इंसां हम को बनाया
पहनाया अख़लाक़-ओ-ईमाँ का ज़ेवर
ना'रा-ए-तकबीर ! अल्लाहु अकबर !
बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर
आया है तब तब मेरी ज़ुबाँ पर
ना'रा-ए-तकबीर ! अल्लाहु अकबर !
ना'रा-ए-तकबीर ! अल्लाहु अकबर !
खुद भी जियो, जीने दो सभी को
ईज़ा न पहुँचाओ ख़ुद से किसी को
इस्लाम का यही दर्स-ए-मुनव्वर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर
बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर
आया है तब तब मेरी ज़ुबाँ पर
ना'रा-ए-तकबीर ! अल्लाहु अकबर !
ना'रा-ए-तकबीर ! अल्लाहु अकबर !
मीज़ाँ पे, आक़ा ! हम को बचाना
दामन में अपने हम को छुपाना
इतना करम, या शाफ़े'-ए-महशर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर
बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर
आया है तब तब मेरी ज़ुबाँ पर
ना'रा-ए-तकबीर ! अल्लाहु अकबर !
ना'रा-ए-तकबीर ! अल्लाहु अकबर !
सच्चे सदा अक़्वाल हमारे
सीधे सदा आ'माल हमारे
तब होगा रब मेहरबान हम पर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर
बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर
आया है तब तब मेरी ज़ुबाँ पर
ना'रा-ए-तकबीर ! अल्लाहु अकबर !
ना'रा-ए-तकबीर ! अल्लाहु अकबर !
राह-ए-ख़ुदा में घर को लुटाएँ
दीन-ए-नबी पे सर को कटाएँ
'उक़्बा की दौलत लूटे हैं भर भर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर
बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर
आया है तब तब मेरी ज़ुबाँ पर
ना'रा-ए-तकबीर ! अल्लाहु अकबर !
ना'रा-ए-तकबीर ! अल्लाहु अकबर !
सिद्दीक़-ओ-फ़ारूक़-ओ-'उस्मान-ओ-हैदर
असहाब-ओ-अज़्वाज-ओ-शब्बीर-ओ-शब्बर
इन सब का एहसाँ है हम सब के ऊपर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर
बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर
आया है तब तब मेरी ज़ुबाँ पर
ना'रा-ए-तकबीर ! अल्लाहु अकबर !
ना'रा-ए-तकबीर ! अल्लाहु अकबर !
बग़दादी मयख़ाना चलता रहेगा
अजमेरी प्याला छलकता रहेगा
नूरी मियाँ देंगे बरकाती सागर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर
बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर
आया है तब तब मेरी ज़ुबाँ पर
ना'रा-ए-तकबीर ! अल्लाहु अकबर !
ना'रा-ए-तकबीर ! अल्लाहु अकबर !
नज़्मी को आक़ा से फ़ैज़ मिला है
और हसनैनी जाम इस ने पिया है
नज़्मी ग़ुलाम-ए-ग़ुलामान-ए-हैदर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर
बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर
आया है तब तब मेरी ज़ुबाँ पर
ना'रा-ए-तकबीर ! अल्लाहु अकबर !
ना'रा-ए-तकबीर ! अल्लाहु अकबर !
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