अल्लाह और रसूल के प्यारे मु'आविया
ताज-ए-सहाबियत ने बढ़ाई है उन की शान
सौंपी हसन ने उन को ख़िलाफ़त की आन-बान
होगा न कम किसी से वक़ार-ए-मु'आविया
अल्लाह और रसूल के प्यारे मु'आविया
हैं आसमान-ए-रुश्द के तारे मु'आविया
अल्लाह और रसूल के प्यारे मु'आविया
असहाबी कन-नुजूम है ए'लान-ए-मुस्तफ़ा
सब से वफ़ा करो ये है फ़रमान-ए-मुस्तफ़ा
हैं इस लिए हमारे तुम्हारे मु'आविया
अल्लाह और रसूल के प्यारे मु'आविया
हैं आसमान-ए-रुश्द के तारे मु'आविया
अल्लाह और रसूल के प्यारे मु'आविया
बज़्म-ए-सहाबियत के वो दोनों सिराज हैं
उन के निशान-ए-पा सर-ए-मोमिन के ताज हैं
बेशक 'अली हमारे, हमारे मु'आविया
अल्लाह और रसूल के प्यारे मु'आविया
हैं आसमान-ए-रुश्द के तारे मु'आविया
अल्लाह और रसूल के प्यारे मु'आविया
आक़ा ने उन को महदी-ओ-हादी की दी दु'आ
ता-हश्र जगमगाएगा वो जल्वा-ए-हुदा
है रहबरी पे अब भी मिनार-ए-मु'आविया
अल्लाह और रसूल के प्यारे मु'आविया
हैं आसमान-ए-रुश्द के तारे मु'आविया
अल्लाह और रसूल के प्यारे मु'आविया
मिल्लत को 'अज़मतों की सहर बख़्श दीजिए
ए शाह ! अपना फ़ैज़-ए-नज़र बख़्श दीजिए
दामन फ़रीदी भी है पसारे, मु'आविया !
अल्लाह और रसूल के प्यारे मु'आविया
हैं आसमान-ए-रुश्द के तारे मु'आविया
अल्लाह और रसूल के प्यारे मु'आविया
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