मेरे ख़्वाजा का करम है
ये तो ख़्वाजा का करम है
लेते ही नाम ख़्वाजा का तूफ़ान हट गया
कश्ती में मेरी आ के समंदर सिमट गया
ये तो ख़्वाजा का करम है
मेरे ख़्वाजा का करम है
ये तो ख़्वाजा का करम है
ख़्वाजा के 'इश्क़ में मुझे बतलाऊँ क्या मिला
मुर्शिद मिले, रसूल मिले और ख़ुदा मिला
ये तो ख़्वाजा का करम है
मेरे ख़्वाजा का करम है
ये तो ख़्वाजा का करम है
दामन को मेरे भर दिया ख़ुशियों से ख़्वाजा ने
औक़ात से ज़ियादा नवाज़ा है ख़्वाजा ने
ये तो ख़्वाजा का करम है
मेरे ख़्वाजा का करम है
ये तो ख़्वाजा का करम है
जिस वक़्त मैंने, दोस्तो ! ख़्वाजा को पुकारा
फ़ौरन ही मिल गया मुझे मुश्किल में सहारा
जब से मिला है मुझ को उसी दर का उतारा
पहुँचा बुलंदियों पे मुक़द्दर का सितारा
ये तो ख़्वाजा का करम है
मेरे ख़्वाजा का करम है
ये तो ख़्वाजा का करम है
मुझ ग़मज़दा को आप ने दर पे बुला लिया
दामन में अपने ख़्वाजा ने मुझ को छुपा लिया
ख़्वाजा पिया का मुझ पे ये एहसान देखिए
मुझ जैसे इक हक़ीर को अपना बना लिया
ये तो ख़्वाजा का करम है
मेरे ख़्वाजा का करम है
ये तो ख़्वाजा का करम है
क्या शान-ए-करम, जूद-ओ-सख़ा, बहर-ए-'अता है
ख़ुद मँगतों को ख़्वाजा का करम ढूँढ रहा है
जब तक बिका न था तो कोई पूछता न था
तुम ने ख़रीद कर मुझे अनमोल कर दिया
ये तो ख़्वाजा का करम है
मेरे ख़्वाजा का करम है
ये तो ख़्वाजा का करम है
निस्बत मिली है जब से मुझे तेरे नाम की
'इज़्ज़त जहाँ में होने लगी इस ग़ुलाम की
ये तो ख़्वाजा का करम है
मेरे ख़्वाजा का करम है
ये तो ख़्वाजा का करम है
कभी कभी तो कोई नवाज़े
मेरा ख़्वाजा सदा नवाज़े
उसी दर की बदौलत, बा-ख़ुदा, पाई है ये दौलत
लुटाता जाता हूँ जितनी ये उतनी बढ़ती जाती है
ये तो ख़्वाजा का करम है
मेरे ख़्वाजा का करम है
ये तो ख़्वाजा का करम है
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