क़ादरी आस्ताना सलामत रहे, मुस्तफ़ा का घराना सलामत रहे - Hindi Naat Lyricsc

क़ादरी आस्ताना सलामत रहे बड़ा ही पियारा कलाम है जिसे सुन कर आशिक का चेहरा खिल जाया करता है | उम्मीद है के ये कलाम आप को पसंद आएगा | 

क़ादरी आस्ताना सलामत रहे, मुस्तफ़ा का घराना सलामत रहे - hindi Lyrics
क़ादरी आस्ताना सलामत रहे, मुस्तफ़ा का घराना सलामत रहे - Hindi Lyrics



क़ादरी आस्ताना सलामत रहे, मुस्तफ़ा का घराना सलामत रहे - Hindi Lyrics


शायर: अल्लामा निसार अली उजागर

क़ादरी आस्ताना सलामत रहे
मुस्तफ़ा का घराना सलामत रहे

पल रहे हैं जहाँ से ये दोनों जहाँ
वो सख़ी आस्ताना सलामत रहे

पल रहे हैं जहाँ से ये शाह-ओ-गदा
वो सख़ी आस्ताना सलामत रहे

दर्दमंदों के सर पर है साया-फ़िगन
आप का शामियाना सलामत रहे

तुम से मंसूब है ज़िंदगी का निसाब
हश्र तक ये फ़साना सलामत रहे

ये नकीरैन बोलें मुझे क़ब्र में
मुस्तफ़ा का दीवाना सलामत रहे

हुक्म था कि अदा हों नमाज़ें पचास
आप का आना-जाना सलामत रहे

है क़यामत तलक हर ज़माना तेरा
तेरा हर इक ज़माना सलामत रहे

ग़ौस की महफ़िलें फिर से सजने लगीं
सुन्नियों का घराना सलामत रहे

'इत्रत-ए-फ़ातिमा पर उजागर निसार
सय्यिदा का घराना सलामत रहे

ǫᴀᴀᴅʀɪ ᴀsᴛᴀᴀɴᴀ sᴀʟᴀᴀᴍᴀᴛ ʀᴀʜᴇ - Hindi Lyrics




ǫᴀᴀᴅʀɪ ᴀsᴛᴀᴀɴᴀ sᴀʟᴀᴀᴍᴀᴛ ʀᴀʜᴇ
ᴍᴜsᴛᴀғᴀ ᴋᴀ ɢʜᴀʀᴀᴀɴᴀ sᴀʟᴀᴀᴍᴀᴛ ʀᴀʜᴇ

ᴘᴀʟ ʀᴀʜᴇ ʜᴀɪ.ɴ ᴊᴀʜᴀᴀ.ɴ sᴇ ʏᴇ ᴅᴏɴᴏ.ɴ ᴊᴀʜᴀᴀ.ɴ
ᴡᴏ sᴀᴋʜɪ ᴀᴀsᴛᴀᴀɴᴀ sᴀʟᴀᴀᴍᴀᴛ ʀᴀʜᴇ

ᴘᴀʟ ʀᴀʜᴇ ʜᴀɪ.ɴ ᴊᴀʜᴀᴀ.ɴ sᴇ ʏᴇ sʜᴀᴀʜ-ᴏ-ɢᴀᴅᴀ
ᴡᴏ sᴀᴋʜɪ ᴀᴀsᴛᴀᴀɴᴀ sᴀʟᴀᴀᴍᴀᴛ ʀᴀʜᴇ

ᴅᴀʀᴅᴍᴀɴᴅᴏ.ɴ ᴋᴇ sᴀʀ ᴘᴀʀ ʜᴀɪ sᴀᴀʏᴀ-ғɪɢᴀɴ
ᴀᴀᴘ ᴋᴀ sʜᴀᴀᴍɪʏᴀᴀɴᴀ sᴀʟᴀᴀᴍᴀᴛ ʀᴀʜᴇ

ᴛᴜᴍ sᴇ ᴍᴀɴsᴏᴏʙ ʜᴀɪ ᴢɪɴᴅᴀɢɪ ᴋᴀ ɴɪsᴀᴀʙ
ʜᴀsʜʀ ᴛᴀᴋ ʏᴇ ғᴀsᴀᴀɴᴀ sᴀʟᴀᴀᴍᴀᴛ ʀᴀʜᴇ

ʏᴇ ɴᴀᴋᴇᴇʀᴀɪɴ ʙᴏʟᴇ.ɴ ᴍᴜᴊʜᴇ ǫᴀʙʀ ᴍᴇ.ɴ
ᴍᴜsᴛᴀғᴀ ᴋᴀ ᴅᴇᴇᴡᴀᴀɴᴀ sᴀʟᴀᴀᴍᴀᴛ ʀᴀʜᴇ

ʜᴜᴋᴍ ᴛʜᴀ ᴋɪ ᴀᴅᴀ ʜᴏ.ɴ ɴᴀᴍᴀᴀᴢᴇ.ɴ ᴘᴀᴄʜᴀᴀs
ᴀᴀᴘ ᴋᴀ ᴀᴀɴᴀ-ᴊᴀᴀɴᴀ sᴀʟᴀᴀᴍᴀᴛ ʀᴀʜᴇ

ʜᴀɪ ǫᴀʏᴀᴀᴍᴀᴛ ᴛᴀʟᴀᴋ ʜᴀʀ ᴢᴀᴍᴀᴀɴᴀ ᴛᴇʀᴀ
ᴛᴇʀᴀ ʜᴀʀ ɪᴋ ᴢᴀᴍᴀᴀɴᴀ sᴀʟᴀᴀᴍᴀᴛ ʀᴀʜᴇ

ɢᴀᴜs ᴋɪ ᴍᴀʜғɪʟᴇ.ɴ ᴘʜɪʀ sᴇ sᴀᴊɴᴇ ʟᴀɢᴇᴇ.ɴ
sᴜɴɴɪʏᴏ.ɴ ᴋᴀ ɢʜᴀʀᴀᴀɴᴀ sᴀʟᴀᴀᴍᴀᴛ ʀᴀʜᴇ

'ɪᴛʀᴀᴛ-ᴇ-ғᴀᴀᴛɪᴍᴀ ᴘᴀʀ ᴜᴊᴀᴀɢᴀʀ ɴɪsᴀᴀʀ
sᴀʏʏɪᴅᴀ ᴋᴀ ɢʜᴀʀᴀᴀɴᴀ sᴀʟᴀᴀᴍᴀᴛ ʀᴀʜᴇ



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