अल्लाह अल्लाह के नबी से हिंदी नात लिरिक्स | Allah Allah ke Nabi Se Hindi Lyrics

 

अल्लाह अल्लाह के नबी से हिंदी नात लिरिक्स 

अल्लाह अल्लाह के नबी से नात लिरिक्स


अल्लाह अल्लाह के नबी से 

फ़रियाद है नस की बदी से 


दिन भर खेलों में खाक उड़ाई 

लाज आई न जुरों की हंसी से 


शब भर सोने ही से गरज थी

तारों ने हज़ार दांत पीसे 


ईमान पे मौत बेहतर ओ नफ्स

तेरी नापाक ज़िन्दगी से 


ओ शहद नुमाए जहर दर जाम

गुम जाऊं किधर तेरी बदी से 


पुराने दिलसोन गहरे प्यारे

गुज़रा मैं तेरी दोस्ती से 


तुझ से जो उठाए मैं ने सदमे

ऐसे न मिले कभी किसी से 


उफ रे खुद काम बे मुरुव्वत 

पड़ता है काम आदमी से 


तू ने ही किया खुदा से नादिम

तू ने ही किया खजिल नबी से 


कैसे आका का हुक्म टाला 

हम मर मिटे तेरी खुद सरी से 


आती न थी जब बदी भी तुझ को

हम जानते हैं तुझे जभी से 


हद के ज़ालिम सितम के कट्टर

पथ्थर शरमाएं तेरे जी से 


हम खाक में मिल चुके हैं कब के

निकला न गुबार तेरे जी से 


है जालिम में निबहु तुझ से 

अल्लाह बचाए उस घड़ी से 


जो तुम को न जानता हो हजरत 

चालें चलिये उस अजनबी से 


अल्लाह के सामने वोह गुन थे 

यारों में कैसे मुत्तकी से 


रहजुन ने लूट ली कमाई 

फरियाद है खिज़ हाशिमी से 


अल्लाह कुएं में खुद गिरा हूं 

अपनी नालिश करूं तुझी से 


हैं पुश्ते पनाह गौसे आज़म 

क्यूं डरते हो तुम रज़ा किसी से

Post a Comment

0 Comments