Bimar Ki Ayadat Karne Ki Dua
अस्सलामु अलैकुम आज हम आप को इस आर्टिकल में बीमार की अयादत की दुआ यानी बीमार आदमी को देखने के वक़्त जो दुआ पढ़ी जाती है उस के बारे मैं बताएँगे।
आप की आसानी के लिए हम दुआ (Bimar ki ayadat kar ne ki dua) को अरबिक, इंग्लिश और हिंदी में भी आप को बताएँगे जिस से आप बा आसानी से दुआ को समज और पढ़ सके।
बीमार की अयादत करने का सही तरीका किया है ?
दोस्तों Bimar ki ayadat kar ne ki dua को जानने से पहले आइये हम ये जान लेते है की Bimar ki ayadat kar ne ka सही तरीका किया होता है | आइये पहले हम ये जान ने की कोशिस करते है के हमारे नबी पाक हुज़ूर अकरम ﷺ किस तरह से बीमार लोगो की अयादत किया थे |
हज़राते मोहतरम जब भी हमरे नबी पाक ﷺ किसी शख्स की अयादत कर जाते तो उसके पास ज्यादा देर तक अपना वक़्त नहीं गुजरते थे बल्कि जितने देर आप ﷺ मरीज़ के उतनी देर तक आप उस शख्स के लिए दुआ मांगते रहते।
एक रिवायत में आया है के हुज़ूर अकरम ﷺ ने फ़रमाया जब कोई शख्स किस बीमार की अयादत करता है तो गोया तबारक व ताला की यादत की |
जब भी हम किसी बीमार की अयादत लिए जाए तो सिर्फ हमारा यही मक़सद होना चहियए के हम सिर्फ और सिर्फ अल्लाह ताला की रिज़ा हासिल करने के लिए रहें है इसके अलावा हमरा कोई भी दूसरा मक़सद नहीं होना चाहिये |
बीमार की अयादत करने के कुछ आदाब
दोस्तों अब हम ने जान लिए है के हम बीमार की अयादत कैसे करे अब आइये हम जानते है बीमार की अयादत करने के कुछ ज़रूरी आदाब|
- दोस्तों, जब भी आप किसी शख्स के पास अयादत करने के लिए जाये तो उस के लिए कुछ तोहफा ले कर जाये जो उसे के लिए मुफीद हो |
- फिर मरीज़ के पास बैठे और दुआ पढ़े (لَآ بَأسَ طَهُوْرٌ اِنْ شَآءَ اللّٰهُ)
- दुआ पढ़ने के बाद उन के लिए सेहत याबी की दुआ करे |
- और याद रहे के मरीज़ के पास बैठ कर कोई ऐसी बात न करे जो उस पर गिरा गुज़रे |
- आखिर आप भी अपने लिए दुआ करेने के दरख्वास्त करे |
Bimar ki ayadat karne ki dua in hindi
ला-बासा तहूरुन इनशाल्लाह
तर्जुमा : कुछ हर्ज नहीं इनशाल्लाह ये बीमारी तुमको गुनाहों से पाक करेगी।
- Bimar ki ayadat karne ki dua in Arabic
لَآ بَأسَ طَهُوْرٌ اِنْ شَآءَ اللّٰهُ
तर्जुमा : कुछ हर्ज नहीं इनशाल्लाह ये बीमारी तुमको गुनाहों से पाक करेगी।
Bimar ki ayadat karne ki dusri dua in hindi
- Ayadat ki Dua in Hindi
अस-अलुल-लाहल अज़ीम रबबल अरशिल अज़ीम अईं यशफीयक
अरबी मे ,
- Ayadat ki Dua in Arabic
اَسْاَلُ اللّٰهَ الْعَظِيْمِ رَبَّ الْعَرْشِ الْعَظِيْمِ اَنْ يَّشْفِيَكْ
तर्जुमा : मै अल्लाह से सवाल करता हु जो बड़ा है और बड़े अर्श का रब है के तुझे शिफ़ा दे।
निष्कर्ष
अल्लाह के फ़ज़्लो करम से हमने आज ये जाना के हम बीमार की अयादत कैसे करे, बीमार की अयादत करने के वक़्त हमें किस बात का धियान रखना चाहिय और बीमार की अयादत करने की दुआ किया है | मुझे उम्मीद है के आप को ये आर्टिकल पसंद आएगा और इसे सदक़ा समझ कर ज्यादा से ज्यादा शेयर करे |
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