सुब्हा
तेबा में हुई बढ़ता है बड़ा नूर का
सदका लेने नूर का आया है तारा नूर का
बागे सेवा में सुहाना फूल फूला नूर का
मस्त बू है बुलबुले पढ़ती है कल्मा नूर का
आई बिदअत छाई जुल्मत रंग बदला नूर का
माहे सुत्रत महरे तलअत ले ले बदला नूर का
मैं गदा तू बादशाह भर दे प्याला नूर का
नूर दिन दूना तेरा दे डाल सदका नूर का
ताज वाले देख कर तेरा अमामा नूर का
सर झुकाते हैं इलाही बोल बाला नूर का
मैल से किस दर्जा सुथरा है वो पुतला नूर का
है गले में आज तक कोरा ही कुर्ता नूर का
तू है साया नूर का हर अज्व टुकड़ा नूर का
साया का साया न होता है न साया नूर का
जो गदा देखो लिए जाता है तोड़ा नूर का
नुर की सरकार है क्या इस में तोड़ा नूर का
तेरी नस्ले पाक में है बच्चा-बचा नूर का
तु है ऐने नूर तेरा सब घराना नूर का
नूर की सरकार से पाया दौशाला नूर का
हो मुबारक तुमको जुहुरैन जोड़ा नूर का
नजअ में लौटेगा खाके दर पे शैदा नूर का
मर के ओढ़ेगी उरुसे जां दोपट्टा नूर का
ऐ रज़ा यह अहमदे नूरी का फ़ैज़े नूर है
हो गई मेरी ग़ज़ल बढ़कर क्रसीदा नूर का
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