सुब्हा तेबा में हुई naat hindi lyrics | Owais Raza Qadri

सुब्हा तेबा में हुई बढ़ता है बड़ा नूर का 

सदका लेने नूर का आया है तारा नूर का 


बागे सेवा में सुहाना फूल फूला नूर का

मस्त बू है बुलबुले पढ़ती है कल्मा नूर का


आई बिदअत छाई जुल्मत रंग बदला नूर का 

माहे सुत्रत महरे तलअत ले ले बदला नूर का


मैं गदा तू बादशाह भर दे प्याला नूर का

नूर दिन दूना तेरा दे डाल सदका नूर का 


ताज वाले देख कर तेरा अमामा नूर का 

सर झुकाते हैं इलाही बोल बाला नूर का 


मैल से किस दर्जा सुथरा है वो पुतला नूर का 

है गले में आज तक कोरा ही कुर्ता नूर का


तू है साया नूर का हर अज्व टुकड़ा नूर का 

साया का साया न होता है न साया नूर का 


जो गदा देखो लिए जाता है तोड़ा नूर का 

नुर की सरकार है क्या इस में तोड़ा नूर का


तेरी नस्ले पाक में है बच्चा-बचा नूर का

तु है ऐने नूर तेरा सब घराना नूर का


नूर की सरकार से पाया दौशाला नूर का 

हो मुबारक तुमको जुहुरैन जोड़ा नूर का 


 नजअ में लौटेगा खाके दर पे शैदा नूर का 

मर के ओढ़ेगी उरुसे जां दोपट्टा नूर का 


ऐ रज़ा यह अहमदे नूरी का फ़ैज़े नूर है 

हो गई मेरी ग़ज़ल बढ़कर क्रसीदा नूर का


 By: Naat Lyrics World


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