है तुम पर निछावर जिया, ग़ौस-ए-आ'ज़म !
पिया ! पास आ के, सूरतिया दिखा के
गए मोरे मन माँ समा, ग़ौस-ए-आ'ज़म !
पिया ग़ौस-ए-आ'ज़म ! पिया ग़ौस-ए-आ'ज़म !
है तुम पर निछावर जिया, ग़ौस-ए-आ'ज़म !
न रुठियो जी मो से, ई बिनती है तो से
सदा मो पे कीजो दया, ग़ौस-ए-आ'ज़म !
पिया ग़ौस-ए-आ'ज़म ! पिया ग़ौस-ए-आ'ज़म !
है तुम पर निछावर जिया, ग़ौस-ए-आ'ज़म !
जो पकड़े हैं बैयाँ, निभाना भी सैयाँ
पड़ूँ तोरे पैयाँ, पिया ग़ौस-ए-आ'ज़म !
पिया ग़ौस-ए-आ'ज़म ! पिया ग़ौस-ए-आ'ज़म !
है तुम पर निछावर जिया, ग़ौस-ए-आ'ज़म !
न बंधन ये टूटे, न साथ अब ये छूटे
मोरी लाज रखियो सदा, ग़ौस-ए-आ'ज़म !
पिया ग़ौस-ए-आ'ज़म ! पिया ग़ौस-ए-आ'ज़म !
है तुम पर निछावर जिया, ग़ौस-ए-आ'ज़म !
है लागी नजरिया जो तो से सँवरिया
न लागे कहीं अब जिया, ग़ौस-ए-आ'ज़म !
पिया ग़ौस-ए-आ'ज़म ! पिया ग़ौस-ए-आ'ज़म !
है तुम पर निछावर जिया, ग़ौस-ए-आ'ज़म !
मोरी टूटी नैया के तुम हो खिवैया
चलेगी न तुमरे बिना, ग़ौस-ए-आ'ज़म !
पिया ग़ौस-ए-आ'ज़म ! पिया ग़ौस-ए-आ'ज़म !
है तुम पर निछावर जिया, ग़ौस-ए-आ'ज़म !
तुम्हारे ही चरनन माँ बीते ई जीवन
निज़ामी की है इल्तिजा, ग़ौस-ए-आ'ज़म !
पिया ग़ौस-ए-आ'ज़म ! पिया ग़ौस-ए-आ'ज़म !
है तुम पर निछावर जिया, ग़ौस-ए-आ'ज़म !
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