मिल गए मुस्तफ़ा, मिल गई ज़िंदगी - Hindi Lyrics - Naat Lyrics World
जिन के सदक़े हुई ज़िंदगी ज़िंदगी
उन से पहले थी बेचारगी ज़िंदगी
अब तो करती है चारागरी ज़िंदगी
मिल गए मुस्तफ़ा, मिल गई ज़िंदगी
जिन के सदक़े हुई ज़िंदगी ज़िंदगी
क़ब्ल उन से तो बस मौत थी ज़िंदगी
आप आए तो ज़िंदा हुई ज़िंदगी
मिल गए मुस्तफ़ा, मिल गई ज़िंदगी
जिन के सदक़े हुई ज़िंदगी ज़िंदगी
ज़िंदगी बस इसी शुक्र में काट दो
साया-ए-मुस्तफ़ा में मिली ज़िंदगी
मिल गए मुस्तफ़ा, मिल गई ज़िंदगी
जिन के सदक़े हुई ज़िंदगी ज़िंदगी
आल-ए-अतहर के सदक़े से क्या कुछ मिला
आगही, रौशनी, सरवरी, ज़िंदगी
मिल गए मुस्तफ़ा, मिल गई ज़िंदगी
जिन के सदक़े हुई ज़िंदगी ज़िंदगी
दिल अगर ज़ात-ए-अहमद का तालिब नहीं
क्या मुक़द्दर मिला, क्या कटी ज़िंदगी
मिल गए मुस्तफ़ा, मिल गई ज़िंदगी
जिन के सदक़े हुई ज़िंदगी ज़िंदगी
अपनी उम्मत की ख़ातिर वो रोते रहे
कौन समझेगा कैसे सजी ज़िंदगी
मिल गए मुस्तफ़ा, मिल गई ज़िंदगी
जिन के सदक़े हुई ज़िंदगी ज़िंदगी
इस्म-ए-अहमद की हैं बरकतें इस क़दर
नाम-ए-बासित को भी बख़्श दी ज़िंदगी
मिल गए मुस्तफ़ा, मिल गई ज़िंदगी
जिन के सदक़े हुई ज़िंदगी ज़िंदगी
Read Our Other Lyrics:
गली गली सज गई, शहर शहर सज गया hindi naat lyrics
बन्दा क़ादिर का भी क़ादिर भी है अब्दुल कादिर - Hindi naat Lyrics 2022
बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर hindi lyrics | Baatil Ne Jab Jab Badle Hain Tewar naat in hindi lyrics
0 Comments