या हुसैन
या हुसैन
या हुसैन
मेरा नाना नबी
मेरी मां सईयदा
मेरा बाबा अली
मेरा भाई हसन
हम ही हैं पंजातांन
हम ही हैं पंजातांन
मेरी क्या है ख़ता ….
मेरी क्या है ख़ता ..
मेरी क्या है ख़ता
मेरी क्या है ख़ता
मुझ पे क्यूँ बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं
मुझ पे क्यूँ बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं
क्या मैं ज़हरा का जाया नहीं हूं
क्या मैं ज़हरा का जाया नहीं हूं
क्या मैं ज़हरा का जाया नहीं हूं
क्या नबी का नवासा नहीं हूं
मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं
मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं
मेरे नाना ने कलमा सिखाया , और कुरआन तुमको सुनाया
मेरे नाना ने कलमा सिखाया , और कुरआन तुमको सुनाया
क्या मैं नाना का साया नहीं हूं
क्या मैं नाना का साया नहीं हूं
क्या मैं नाना का साया नहीं हूं
क्या नबी का नवासा नहीं हूं
मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं
मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं
वो मदीना जहाँ मेरा घर है, और मस्जिद में उस घर का दर हैं
वो मदीना जहाँ मेरा घर है, और मस्जिद में उस घर का दर हैं
क्या मैं उस घर में खेला नहीं हूं
क्या मैं उस घर में खेला नहीं हूं
क्या मैं उस घर में खेला नहीं हूं
क्या नबी का नवासा नहीं हूं
मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं
मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं
चक्कियां पीस कर माँ ने पाला, मुझको नाना ने झूला झुलाया
चक्कियां पीस कर माँ ने पाला, मुझको नाना ने झूला झुलाया
अपना बचपन मैं भूला नहीं हूं
अपना बचपन मैं भूला नहीं हूं
अपना बचपन मैं भूला नहीं हूं
क्या नबी का नवासा नहीं हूं
मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं
मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं
कमली वाले के लब चूमता था, कितना प्यारा मेरा बचपना था
कमली वाले के लब चूमता था, कितना प्यारा मेरा बचपना था
क्या मैं उनका दुलारा नहीं हूं
क्या मैं उनका दुलारा नहीं हूं
क्या मैं उनका दुलारा नहीं हूं
क्या नबी का नवासा नहीं हूं
मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं
मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं
मैं जो पानी कभी मांगता था, क्यूं तड़पती थी माँ अब मैं समझा
मैं जो पानी कभी मांगता था, क्यूं तड़पती थी माँ अब मैं समझा
पास असग़र के जाता नहीं हूं
पास असग़र के जाता नहीं हूं
पास असग़र के जाता नहीं हूं
क्या नबी का नवासा नहीं हूं
मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं
मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं
मैं जो चाहूं बरस जायें बादल, खूं में डूबा नज़र आये मकतल
मैं जो चाहूं बरस जायें बादल, खूं में डूबा नज़र आये मकतल
जंग करने मैं आया नही हूं
जंग करने मैं आया नही हूं
जंग करने मैं आया नही हूं
क्या नबी का नवासा नहीं हूं
मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मैं मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं
मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मैं मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं
इक सदा थी ए रेहान ओ सरवर, कह रहे थे हुसैन इब्ने हैदर
इक सदा थी ए रेहान ओ सरवर, कह रहे थे हुसैन इब्ने हैदर
क्या मैं मेहमान आया नही हूं
क्या मैं मेहमान आया नही हूं
क्या मैं मेहमान आया नही हूं
क्या नबी का नवासा नहीं हूं
मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं
मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं
क्या मैं ज़हरा का जाया नहीं हूं
क्या मैं ज़हरा का जाया नहीं हूं
क्या मैं ज़हरा का जाया नहीं हूंं
क्या नबी का नवासा नहीं हूं
मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं
मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं
Also Read:
आरिज़े शम्सो कुमर से भी हैं अन्वर एड़ियां- hindi Lyrics
गुज़रे जिस राह से वोह सय्यिदे वाला हो कर - hindi naat lyrics
जोबनों पर है बहारे चमन आराइये दोस्त - Hindi Naat Lyrics
ताबे मिरआते सहर गर्दे बयाबाने अरब - hindi naat lyrics
तू है वोह ग़ौस कि हर गौस है शैदा तेरा - Hindi Naat lyrics
फिर उठा वल्वलए यादे मुग़ीलाने अरब - Hindi Naat Lyrics
बन्दा क़ादिर का भी क़ादिर भी है अब्दुल कादिर - Hindi naat Lyrics 2022
वाह क्या जूदो करम है शहे बतहा तेरा हिंदी लिरिक्स | Wah Kiya Judo Karam Hai Hindi Naat Lyrics
0 Comments