चेहरे खिले खिले हैं, रौशन है सब का सीना hindi naat lyrics | chere Khele Khele hai hindi naat lyrics

 चेहरे खिले खिले हैं, रौशन है सब का सीना hindi naat lyrics | chere Khele Khele hai hindi naat lyrics New!


चेहरे खिले खिले हैं, रौशन है सब का सीना hindi naat lyrics | chere Khele Khele hai hindi naat lyrics

चेहरे खिले खिले हैं, रौशन है सब का सीना
ऐसा बनाया रब ने रमज़ान का महीना

चारो तरफ़ बहारें, घर घर में रौनक़े हैं
वक़्त-ए-तरावीह देखो आबाद मस्जिदें हैं
ना'तें पढ़ो नबी की, करो महफ़िल-ए-शबीना

चेहरे खिले खिले हैं, रौशन है सब का सीना
ऐसा बनाया रब ने रमज़ान का महीना

उठो जल्दी, मोमिनो ! तुम, करो सहरी की तैयारी
क़ुर्बां करो ख़ुदा पर नींद अपनी प्यारी प्यारी
नाम उस का ज़िंदगी है, कहते हैं इस को जीना

चेहरे खिले खिले हैं, रौशन है सब का सीना
ऐसा बनाया रब ने रमज़ान का महीना

जी भर के लूटें रहमत, रमज़ान की हैं घड़ियाँ
माँगें ख़ुदा से बख़्शिश, रमज़ान की हैं घड़ियाँ
फिर आएगा न हाथों अनमोल ये नगीना

चेहरे खिले खिले हैं, रौशन है सब का सीना
ऐसा बनाया रब ने रमज़ान का महीना

तयबा से दूर रह कर दुनिया में जीना क्या है
ए'जाज़ ! मेरी रोती आँखों से ये दु'आ है
अल्लाह हमें दिखाए इसी माह में मदीना

चेहरे खिले खिले हैं, रौशन है सब का सीना
ऐसा बनाया रब ने रमज़ान का महीना


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